शराब पीने का नया रिकॉर्ड बना

user 01-Jan-2024 Business

मीडिया में पब्लिश डाटा के अनुसार नोएडा गाजियाबाद में शराब की 439 दुकान हैं जिनमें देसी शराब, अंग्रेजी शराब और बीयर की दुकान शामिल हैं.लेकिन खास बात यह नहीं की दुकान कितनी है,बल्कि असल बात यह है कि नोएडा वालों ने पिछले साल यानि 2023 में शराब पीने की सभी हदें पार कर डाली  हैं.महज अप्रैल से 29 दिसंबर तक यहां के लोगों ने करोड़ों की शराब पी डाली है. आबकारी विभाग के डाटा के मुताबिक, नोएडा वाले 9 महीने यानी एक अप्रैल से 29 दिसंबर तक 1,308.59 करोड़ रुपए की शराब गटक गए हैं.साल 2022 की बात करे तो यह आंकड़ा 1,125.12 करोड़ रुपये का था.

खुशी हो या गम, लोग हर मौके पर शराब पीते हैं। लेकिन शराब उनके शरीर पर कैसे असर करती है, अगर ये जान लें तो लोग पीना भूल जाएंगे(According to google data)

शराब पीते वक्त ही दांतों और गले पर असर करती है। ज्यादा टॉक्सिक की वजह से दांतों के अनेमल झड़ने लगते हैं और इसी वजह से गले की कोशिकाएं कमजोर होने लगती है।

दूसरा असर पड़ता है जुबान पर। नशे की हालत में इंद्रियां जुबान पर नियंत्रण खो बैठती है और व्यक्ति बदजुबानी करता है।

शराब का दूसरा असर लिवर पर पड़ता है। क्योंकि शराब लिवर से होकर ही बाकी अंगों तक पहुंचती है इसलिए लिवर का फिल्टर काम करना बंद कर देता है।

पेट पर भी शराब का गहरा असर पड़ता है। शराब पीने के करीब  बीस मिनट के भीतर ही पेट पड़ा खाना अपना असर खोने लगता है। खाने में जो पोषक तत्व होते हैं वे भी शराब पीने के कारण शरीर को फायदा नहीं देते। इससे धीरे-धीरे शरीर में विटामिन की भी कमी होने लगती है।

शराब दिल पर भी असर डालती है। इससे दिल की धड़कनों के तेज होने का खतरा रहता है, और यह दिल के मसल्स को भी डैमेज करती है।

प्रेगनेंसी के दौरान अगर कोई महिला शराब पीती है तो इससे होने वाले बच्चे पर भी असर होता है।

लंबे समय तक शराब पीने से आंखों को भी नुकसान होता है और आंखों के मूवमेंट में भी फर्क आ जाता है।

आपके पेंक्रियाज में दर्द जीवन मरण का प्रश्न भी साबित होता है। ज्यादातर पेंक्रियाज से संबंधित परेशानी अल्कोहल के कारण होती है।

 

हल्ला बोल एक्सप्रेस
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