hallabolexpress.com
 

all

खबरों की मानें तो 2023 में एप्पल (Apple) जो IPhone 15 लॉन्च करेगा, उसमें फिजिकल सिम कार्ड स्लॉट नहीं होगा बल्कि कंपनी इन स्मार्टफोन्स में ई-सिम की सुविधा देगी. आइए इस खबर के बारे में डिटेल में जानते हैं..

नई दिल्ली. दुनिया की सबसे लोकप्रिय स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों की बात की जाएगी तो शायद सबसे पहला नाम एप्पल (Apple) का आएगा. एप्पल हर साल अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन का नया मॉडल लॉन्च करता है. साल 2022 में IPhone 14 लॉन्च किया जाएगा जिसके फीचर्स को लेकर कई सारे लीक्स सामने आए हैं. IPhone 14 के साथ-साथ IPhone 15 के बारे में भी खबरें उड़ने लगी हैं और ऐसी ही एक खबर सामने आई है जिसने एप्पल फैंस को एक जोरदार झटका दिया है. आइए इसके बारे में जानते हैं..

खबरों की मानें तो 2023 में एप्पल (Apple) जो IPhone 15 लॉन्च करेगा, उसमें फिजिकल सिम कार्ड स्लॉट नहीं होगा बल्कि कंपनी इन स्मार्टफोन्स में ई-सिम की सुविधा देगी. आइए इस खबर के बारे में डिटेल में जानते हैं..

नई दिल्ली. दुनिया की सबसे लोकप्रिय स्मार्टफोन निर्माता कंपनियों की बात की जाएगी तो शायद सबसे पहला नाम एप्पल (Apple) का आएगा. एप्पल हर साल अपने फ्लैगशिप स्मार्टफोन का नया मॉडल लॉन्च करता है. साल 2022 में IPhone 14 लॉन्च किया जाएगा जिसके फीचर्स को लेकर कई सारे लीक्स सामने आए हैं. IPhone 14 के साथ-साथ IPhone 15 के बारे में भी खबरें उड़ने लगी हैं और ऐसी ही एक खबर सामने आई है जिसने एप्पल फैंस को एक जोरदार झटका दिया है. आइए इसके बारे में जानते हैं..

Indian Missile Programme: भारत ने 24 घंटे में दूसरी बार गुरुवार को सतह से सतह पर मार करने वाली प्रलय बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. यह मिसाइल 150 से 500 किलोमीटर तक निशाने को भेद सकती है.

Pralay Missile Test: भारत ने 24 घंटे में दूसरी बार गुरुवार को सतह से सतह पर मार करने वाली प्रलय बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. यह मिसाइल 150 से 500 किलोमीटर तक निशाने को भेद सकती है. सरकारी अधिकारियों के मुताबिक यह टेस्ट विभिन्न रेंज और सभी पैरामीटर्स पर मिसाइल को परखने के लिए किया गया. इस मिसाइल की एक खासियत यह भी है कि हवा में यह अपना रास्ता बदल सकती है.

 बुधवार को भी इस मिसाइल का टेस्ट किया गया था. यह पहली बार है जब देश में बनी किसी मिसाइल को दो दिन में दूसरी बार टेस्ट किया गया है. इस मिसाइल को डिफेंस रिसर्च एंड डेवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन यानी DRDO ने बनाया है और यह 500-1000 किलोग्राम का वॉरहेड्स ले जा सकती है. प्रलय मिसाइल ठोस प्रणोदक रॉकेट मोटर और अन्य नई तकनीक से लैस है. इस मिसाइल की निर्देशक प्रणााली में अत्याधुनिक नौवहन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगे हुए हैं.

Indian Missile Programme: भारत ने 24 घंटे में दूसरी बार गुरुवार को सतह से सतह पर मार करने वाली प्रलय बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. यह मिसाइल 150 से 500 किलोमीटर तक निशाने को भेद सकती है.

Pralay Missile Test: भारत ने 24 घंटे में दूसरी बार गुरुवार को सतह से सतह पर मार करने वाली प्रलय बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया है. यह मिसाइल 150 से 500 किलोमीटर तक निशाने को भेद सकती है. सरकारी अधिकारियों के मुताबिक यह टेस्ट विभिन्न रेंज और सभी पैरामीटर्स पर मिसाइल को परखने के लिए किया गया. इस मिसाइल की एक खासियत यह भी है कि हवा में यह अपना रास्ता बदल सकती है.

 बुधवार को भी इस मिसाइल का टेस्ट किया गया था. यह पहली बार है जब देश में बनी किसी मिसाइल को दो दिन में दूसरी बार टेस्ट किया गया है. इस मिसाइल को डिफेंस रिसर्च एंड डेवेलपमेंट ऑर्गनाइजेशन यानी DRDO ने बनाया है और यह 500-1000 किलोग्राम का वॉरहेड्स ले जा सकती है. प्रलय मिसाइल ठोस प्रणोदक रॉकेट मोटर और अन्य नई तकनीक से लैस है. इस मिसाइल की निर्देशक प्रणााली में अत्याधुनिक नौवहन और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण लगे हुए हैं.

New Yars ICBMs Are Replacing Older Systems:Russia

The Yars Missiles, Which Will Replace The Topol ICBMs, Are Engineered With Multiple Independently Targetable Reentry Vehicle Warheads, According To The Russian TASS News Agency. TASS Reports That There Were 360 Topol Launching Systems In Ten Divisions Of The Russian Strategic Missile Forces In 1999, A Number being Incrementally replaced By More Modern Yars Weapons Which First Launched For Flight In 2007. 

The Center For Strategic And International Studies’ Missile Defense Publication Says RS-24 Yars Are Three-stage Solid-fuel Missiles That Reportedly carry A Payload of Three Reentry Vehicles And Penetration Aids.source: Nationalinteres  

“The Missile Is Also Believed To Be Fitted With A Newer RV Design That Will Allow The RV’s to Maneuver In Space And During Re-entry,” According To Russian Officials. “The Total Launch Weight Of The RS-24 Is Assessed To Be 49,000 Kg And Is Expected To Have A Minimum Range Of 2,000 Km And A Maximum Of 10,500 Km.” 

The Missile Is Estimated To Be 22.5 Meters In Length And Two Meters In Diameter. 

While Beginning As road-mobile Weapons, The Yars Missiles Have Also Reportedly Been Migrating Into And Tested In Silos As Well, A Circumstance Which Multiplies Threats To The United States By Presenting Both Better-protected Yars Missiles As Well As Road-mobile Yars Missiles Able To Maneuver And Obscure A Launch Position From Overhead Sensors.  

https://www.hallabolexpress.com/

 

New Yars ICBMs Are Replacing Older Systems:Russia

The Yars Missiles, Which Will Replace The Topol ICBMs, Are Engineered With Multiple Independently Targetable Reentry Vehicle Warheads, According To The Russian TASS News Agency. TASS Reports That There Were 360 Topol Launching Systems In Ten Divisions Of The Russian Strategic Missile Forces In 1999, A Number being Incrementally replaced By More Modern Yars Weapons Which First Launched For Flight In 2007. 

The Center For Strategic And International Studies’ Missile Defense Publication Says RS-24 Yars Are Three-stage Solid-fuel Missiles That Reportedly carry A Payload of Three Reentry Vehicles And Penetration Aids.source: Nationalinteres  

“The Missile Is Also Believed To Be Fitted With A Newer RV Design That Will Allow The RV’s to Maneuver In Space And During Re-entry,” According To Russian Officials. “The Total Launch Weight Of The RS-24 Is Assessed To Be 49,000 Kg And Is Expected To Have A Minimum Range Of 2,000 Km And A Maximum Of 10,500 Km.” 

The Missile Is Estimated To Be 22.5 Meters In Length And Two Meters In Diameter. 

While Beginning As road-mobile Weapons, The Yars Missiles Have Also Reportedly Been Migrating Into And Tested In Silos As Well, A Circumstance Which Multiplies Threats To The United States By Presenting Both Better-protected Yars Missiles As Well As Road-mobile Yars Missiles Able To Maneuver And Obscure A Launch Position From Overhead Sensors.  

https://www.hallabolexpress.com/